देहरादून की अनुराधा मल्ल को मिसेज़ दून दिवा सीज़न -2 में नारी शक्ति सम्मान हेतु चुना गया।

देहरादून की अनुराधा मल्ल को मिसेज़ दून दिवा सीज़न -2 में नारी शक्ति सम्मान हेतु चुना गया।


देहरादून में जन्मी और पली अनुराधा मल्ल  को मिसेज़ दून  दिवा सीज़न -2  में नारी शक्ति   सम्मान    हेतु  चुना  गया।


वह देहरादून  में एक ऐसे परिवार में  जन्मी जो  उत्तराखंड के हरे पौधों को निर्यात के  लिए अग्रज माना जाता है । उन्होंने अपनी स्कूलिंग कैंब्रियन हॉल, देहरादून से की।M.A (अंग्रेजी) और HNB गढ़वाल विश्वविद्यालय से बी.एड. किया ।
प्रशिक्षित सॉफ्टवेयर विश्लेषक के तौर पर  के के बिड़ला समूह के साथ दो वर्षों के लिए काम किया।
समाज की सेवा करने के लिए असम में टाटा टी लेबर वेलफेयर स्कूल में 1997-98 में  पढ़ाना शुरू किया ।


ओलंपस हाई के संस्थापक के तौर पर(1999 से) , एक सीबीएसई सीनियर सेकेंडरी स्कूल चलाया  । वह 2006 से स्कूल का नेतृत्व कर रही  हैं। 20 से अधिक वर्षों का शिक्षण और प्रशासनिक अनुभव। सभी आयु वर्ग (3-17 वर्ष) के बच्चों के साथ उन्होंने  काम किया और पाठ्यक्रम और आकलन में नवीनतम रुझानों के विकास और अनुकूलन के लिए हर वर्ग के शिक्षकों हेतु भी कार्य किया ।
उन्हें फरवरी 2019 में बैंकॉक में नेशनल यूनिवर्सिटी फॉर पीस एंड एजुकेशन द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया।
वह FICCI महिला समूह, उत्तराखंड की भी सदस्य हैं।
एक दानदाता और समाजिक दायत्व के प्रति जागरूक व्यक्ति जो शिक्षा और सामाजिक सेवा के लिए बहुत सारी एनजीओ को खुले ह्रदय से मदद करती रहती है ।अपने पति कुणाल शमशेर मल्ल के साथ "सटोपिंग बाइ दी वुड्स" एक उत्कृष्ट आयुर्वेद सौन्दर्य उत्पादन की संस्थापक है।
उनको कई पुरस्कार दिये गए है जिसमें मुख्यतः
शिक्षा के लिए "डॉटर ऑफ उत्तराखंड " 2019 । "बेस्ट के - 12" खंड स्कूल 2018 के लिए उन्हें जीटीएफ शिक्षा पुरस्कार । स्कूल लीडरशिप 2019 के लिए ग्लोबल समिट अवार्ड से भी नवाज़ा  गया।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय - 2 015 से स्कूल नेतृत्व और शैक्षणिक परिणाम के लिए  भी उनका  विशेष रूप से उल्लेख किया गया ।


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